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एक इसराइली माँ की आपबीती, जिनकी आँखों के सामने हमास ने बेटी की हत्या की

चेतावनी: इस कहानी में कुछ ऐसे विवरण शामिल हैं, जो कुछ पाठकों को विचलित कर सकते हैं.

जब त्साची इदान को ग़ज़ा ले जाया गया तो उनके हाथ उनकी बेटी के ख़ून से सने हुए थे.

उन्हें 18 साल की मयान को गोद में उठाने के बाद हाथ धोने की भी इजाज़त नहीं दी गई थी. मयान की हमास के एक बंदूकधारी ने उनके परिवार की आंखों के सामने हत्या कर दी थी.

वे अपने दो छोटे बच्चों को अपने शरीर में चिपकाने से पहले उसे धो भी नहीं पाई थीं, क्योंकि उनके घर के बाहर विस्फोटों की आवाज गूंज रही थी.

इस परिवार के दर्द और भय को हमास ने एक फोन पर फ़ेसबुक लाइव के ज़रिए पूरी दुनिया को दिखाया.

इदान परिवार पर हमास का हमला

मयान

इमेज स्रोत,FAMILY HANDOUT

इमेज कैप्शन,मयान को वॉलीबॉल खेलना पसंद था.

त्साची की पत्नी गैली इदान अब अपने प्रिय नाहल ओज़ से बहुत दूर हैं, जो कई दक्षिणी इसराइली समुदायों में से एक है, जिन पर हमास ने सात अक्टूबर को हमला किया था.

उनकी और उनके जीवित बचे बच्चों की देखभाल एक अलग किबुत्ज़ में की जा रही है. वहां हर तरह की देखभाल और आराम है, लेकिन वह घर नहीं है.

घर वह जगह है, यहां यह परिवार तब से रह रहा था, जब मायन चार साल की थीं. यह वह घर है, जहां वे बड़े हुए थे. जहां सबकी साझा यादें हैं. जहां उसके छोटे भाई-बहनों का जन्म हुआ था.

मायन वयस्क हो गई थीं. वह शर्मीली थीं. उनकी एक पड़ोसी ने बताया कि वह बहुत ख़ूबसूरत थी. उसने हाल ही में ड्राइविंग टेस्ट पास किया था. उसका पहला प्रेमी था. उसे पढ़ना बहुत पसंद था. हत्या के चार दिन पहले ही उसने अपने जन्मदिन पर किताबें मांगी थीं. मायन की मां गैली कहती हैं कि अब वह हमेशा 18 साल की ही रहेंगी.

पेड़ों के छाये में बैठीं गैली कहती हैं कि वह उस दिन के दर्द को याद नहीं करना चाहती हैं. यह अभी बहुत ताज़ा है. लेकिन वह त्साची के लिए ऐसा कर रही हैं.

वो कहती हैं, “मैं उसे ज़िंदा वापस चाहती हूं. मैं उसे अभी वापस पाना चाहती हूं.”

रेड अलार्म सुनकर जागा परिवार

मायन की मां गैली.
इमेज कैप्शन,मायन की मां गैली

सात अक्टूबर को यह परिवार रेड अलार्म की आवाज़ सुनकर जाग गया था. जो कि ग़ज़ा से रॉकेट हमले की चेतावनी थी. उन्हें पता था कि क्या करना है, लेकिन वह सुबह कुछ अलग थी.

गैली ने मुझसे कहा, “यह असामान्य और बहुत प्रचंड था, लगातार गोलाबारी हो रही थी. यहां तक की हम बाहर जाकर सांस भी नहीं ले सकते थे. हमने ख़ुद को अपने घर के अंदर अपने सुरक्षित कमरे में बंद कर लिया.”

वो कहती हैं, “त्साची और मैंने एक-दूसरे की ओर देखा और कहा कि यहां कुछ ठीक नहीं है. यह भयावह था.”

उन्होंने बताया, “हमें किबुत्ज़ की आंतरिक प्रणाली पर मैसेज मिला कि हम पर हमला हुआ है और हमें मामाद के अंदर रहने की ज़रूरत है. उन्होंने हमें कई बार चुप रहने के लिए कहा, क्योंकि इससे किबुत्ज़ में चरमपंथियों के आने की आशंका थी.”

गैली बताती हैं कि कैसे उनसे घर के बाहर विस्फोट हुआ. इससे खिड़कियों के शीशे टूट गए. उनके घर के अंदर क़दमों की आवाज़ और बोलने की आवाज़ें आने लगीं. एक आदमी अंग्रेजी लहजे में चिल्लाया, “वी डोंट शूट.”

लेकिन उन्होंने ऐसा कर डाला.

वो बताती हैं, ”त्साची ने दरवाज़ा पकड़ रखा था और उसे खोलने नहीं दिया. उस पर कोई ताला नहीं लगा था और बच्चे चिल्ला रहे थे और कमरे के अंदर अफ़रातफरी मची हुई थी. अंधेरा था, लेकिन तब मायन को समझ में आया.”

ना ना कहते हुए गोली मार दी

मायन की बहन शैरोन.

इमेज स्रोत,INPHO

इमेज कैप्शन,मायन की बहन शैरोन.

गैली की आंखों से आंसू झरने लगते हैं लेकिन वह उस पल का वर्णन करना जारी रखती हैं. वो कहती हैं, “उन्होंने देखा कि वे थोड़ा सा ही दरवाज़ा खोल पा रहे थे. यह देखकर वह उछल पड़ीं और त्साची को दरवाज़ा पकड़ने में मदद की.”

वो कहती हैं, ”वो चिल्ला रहे थे, हम गोली नहीं मारेंगे, लेकिन उन्होंने गोली मार दी.” त्साची चिल्लाए ‘किसको मारा गया, किसे मारा गया?’. यह मायन थी. वह उनके बगल में गिर गई. इसके बाद हमास दरवाजा खोलने में सक्षम हो गया. चीखें सुनाई दीं और उन्होंने लाइट ऑन कर दी.”

वो कहती हैं, “मायन खून में लथपथ थी. मैंने उसकी जाँच की और महसूस किया कि उसके सिर में गोली लगी थी और वह गंभीर रूप से घायल थी. उन्होंने हमें मामद से बाहर निकलने के लिए कहा. हमने बच्चों से कहा ”उधर मत देखो और मैं उन्हें बाहर ले गई.

वो कहती हैं, “मेरे घर के आसपास युद्ध चल रहा था और वे अंदर थे.”

त्साची, गैली और उनके दो सबसे छोटे बच्चे 11 साल का येल और नौ साल का शाचर नाइटवियर में ही फर्श पर बैठे थे. उनके चारों ओर गोलियों की आवाज़ गूंज रही थी. उन्हें बंधक बनाने वालों में से एक ने गैली का फ़ोन उठाया, उसका पासवर्ड पूछा और फेसबुक लाइव पर परिवार का वीडियो बनाना शुरू कर दिया.

वीडियो देखने में दर्दनाक है. 26 मिनट से अधिक समय तक, अधिक रॉकेट की आवाज़ और हमास का हमला जारी रहने के कारण परिवार दुबका रहा. बच्चे गोलियों की बौछारों से डरकर उछल पड़ते हैं और अपने माता-पिता की बाहों में सिसकने लगते हैं. इस दौरान पूरे समय तक मयान का बेजान शरीर कुछ ही मीटर की दूरी पर पड़ा हुआ है.

गैली कहती हैं, “मेरा सौभाग्य है कि मेरे बच्चे इतने बहादुर हैं कि उनका वर्णन नहीं किया जा सकता.” उन्होंने चरमपंथियों से बात की, मुझे नहीं पता कि वे कैसे ऐसा कर पाए. उन्होंने उनसे पूछा कि वे यहां क्यों हैं और वे गोलीबारी क्यों करते हैं और वे हत्या क्यों करते हैं. शायद इसी ने हमें बचाया?”

एक पिता की बेबसी

मायन की मां और भाई-बहन
मायन की मां और भाई-बहन

वो बताती हैं, “अपनी बेटी को मरते देखा. उसके सिर में गोली लगते और अपने बगल में मरते देखा. उनकी बेटी, जिसने अभी-अभी अपना 18वां जन्मदिन मनाया था. घर गुब्बारों और बधाइयों से भरा है और… और ख़ून.”

आख़िरकार, त्साची को खड़ा होने के लिए कहा गया. उनके हाथ उसकी पीठ के पीछे तार से बंधे हुए हैं. बच्चे हमास पर चिल्लाते हैं कि वे उनके पिता को न ले जाएं, उन्हें न मारें. और फिर उन्हें वहां से ले जाया गया है.

गैली की दूसरी सबसे बड़ी बेटी शेरोन, जो हमले के समय तेल अवीव में थी, वो आपबीती बता रहीं अपनी मां को सांत्वना देती हैं.

मेरा सौभाग्य है कि मेरे बच्चे इतने बहादुर हैं कि उनका वर्णन नहीं किया जा सकता.” उन्होंने चरमपंथियों से बात की, मुझे नहीं पता कि वे कैसे ऐसा कर पाए
गैली इदान
मयान की मां

इस हमले के दौरान शेरोन ने अपने पिता से टेलीफोन पर बात की थी. उन्होंने कहा था,”शेरोन, हम मुसीबत में हैं, मैं तुम्हें बाद में फोन करूंगा. आई लव यू.”

इतना कहकर उन्होंने फोन रख दिया था. यह आखिरी बार था जब उन्होंने बात की थी. गैली के अपने पति से कहे गए आखिरी शब्द भी उनके दिमाग़ में अंकित हैं.

गैली कहती हैं, ” जब वह घर से निकले तो मैंने उनसे कहा, “आई लव यू, हीरो मत बनो, स्मार्ट बनो. अपना ख्याल रखना और मेरे पास ज़िंदा ही लौटना. बस इतना ही. और अब मैं चाहती हूं कि वह मेरे पास लौट आएं, स्वस्थ्य और ज़िंदा.”

वो कहती हैं, ”अपनी बेटी का शोक मनाने के लिए त्साची को यहां होना चाहिए. मुझे उसे गले लगाने की ज़रूरत है.”

इसराइल ने अब तक 200 से अधिक लोगों की पहचान की है, जिन्हें हमास ने बंधक बनाकर ग़ज़ा में रखा है. पूरे इसराइल और दुनिया भर में परिवार तबाह हो गए हैं.

अगवा लोगों के वापस आने की उम्मीद

मायन की शोकसभा में शामिल लोग
मायन की शोकसभा में शामिल लोग

गैली कहती हैं, ”मुझे समझ नहीं आता कि उनका लक्ष्य क्या है.”

वो कहती हैं, “वे ख़ुद को राक्षस के रूप में दिखाना चाहते हैं? तुम राक्षस हो. तुम हमारे बच्चों के लिए सबसे बुरा सपना हो. तुम आतंक हो. इसे परिभाषित करने का कोई तरीक़ा नहीं है. यह भयानक है. मुझे नहीं पता कि यह घाव कब भरेगा. लेकिन उन्हें नागरिकों को वापस लाना होगा. उन्हें उन सभी को वापस लाना होगा.”

इस घर से दूर एक दूसरे किबुत्ज़ में मायन का ताबूत कुर्सियों की पंक्तियों के सामने एक शांतिपूर्ण जगह पर रखा हुआ है.

वहां फूल-मालाओं और रंग-बिरंगे फूलों के गुलदस्ते लेकर उसे याद करने के लिए आने वाले सैकड़ों लोगों के लिए पर्याप्त सीटें नहीं हैं.

गैली अपनी बेटी को याद करते हुए वहां जमा लोगों से बात करती हैं. जब वह माइक पर नहीं होती हैं तो वह अपने जीवित बचे बच्चों को कसकर पकड़े रहती हैं.

महज 11 और 9 साल की उम्र में येल और शाचर ने ऐसी भयावहता देखी है कि उनके छोटे-छोटे चेहरे बार-बार आंसुओं में डूब जाते हैं. उनकी बहन मर चुकी है. उन्हें सांत्वना देने के लिए उनके पिता भी यहां नहीं हैं.

त्साची की कमी हर जगह महसूस की जाती है. गैली कहती हैं कि वह चाहती हैं कि दुनिया उसका नाम जाने. कोई भी छोटी चीज़, जो उन्हें रिहा कराने में मदद कर सकती है, वह करने के लिए तैयार हैं.

शोक मनाने आए लोगों में से कई लोगों ने मायन की तस्वीर वाली टी शर्ट पहन रखी हैं. उनके चेहरे के ऊपर ‘ अगवा पिता” और ‘मारी गई बेटी’ के शब्द दिखाई देते हैं, ख़ुशी के समय की पारिवारिक तस्वीरें. पीछे की तरफ एक सरल और शक्तिशाली संदेश लिखा है, “त्साची को वापस लाओ.”

इस अकल्पनीय अंधेरे समय में उनके परिवार को उनकी ज़रूरत है.

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