Vinesh Phogat Disqualification case: विनेश फोगट (Vinesh Phogat) को सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, इसको लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. CAS अपना फैसला 13 अगस्त को सुनाने वाला है.
Vinesh Phogat Paris Olympics 2024 : पूरा भारत इस समय पहलवान विनेश फोगट (Vinesh Phogat) को सिल्वर मेडल देने की वकालत कर रहा है. फोगाट की याचिका पर पंचाट न्यायालय (CAS) के फैसले का इंतजार किया जा रहा है. बता दें कि महिला फ्रीस्टाइल 50k कुश्ती मुकाबले के फाइनल से पहले फोगाट को वजन बढ़ने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था. विनेश का वजन 50 किलोग्राम की सीमा से 100 ग्राम अधिक था. बता दें कि CAS में इस मामले की सुनवाई पूरी हो गई है और 13 अगस्त को फैसला आना है. वहीं, CSA के सामने विनेश ने अपनी बात रखी है. बता दें कि भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) और विनेश फोगाट की ओर से हरिश साल्वे ने कोर्ट में पक्ष रखा है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार “विनेश फोगाट के वकील ने कुश्ती प्रतियोगिता के आयोजन स्थल चैंप डे मार्स एरिना और एथलीट विलेज के बीच की दूरी को निर्धारित वजन-माप में उनकी विफलता का एक महत्वपूर्ण कारण बताया. भारतीय पहलवान के वकील ने यह भी कहा कि मुकाबलों के बीच व्यस्त कार्यक्रम ने उन्हें अपना वजन कम करने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया, जो उनकी प्रतियोगिता के पहले दिन के बाद 52.7 किलोग्राम के निशान को छू गया था.”
वकील ने आगे तर्क रखा कि “विनेश को कोई प्रतिस्पर्धात्मक लाभ नहीं मिला, क्योंकि दूसरे दिन सुबह उनके पास अतिरिक्त 100 ग्राम था, जिससे उन्हें कोई प्रतिस्पर्धात्मक लाभ नहीं मिल सका. ”
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि, ‘100 ग्राम की अधिकता न के बराबरा है, (जो एथलीट के वजन का लगभग 0.1 से 0.2 प्रतिशत है) और यह आसानी से गर्मी के मौसम में मानव शरीर के फूलने के कारण हो सकता है, क्योंकि गर्मी के कारण मानव शरीर में अधिक पानी जमा हो जाता है, वैज्ञानिक रूप से जीवित रहने के उद्देश्य से. यह मांसपेशियों के बढ़ने के कारण भी हो सकता है क्योंकि एथलीट ने एक ही दिन में तीन बार प्रतिस्पर्धा की थी. ”
रिपोर्ट के अनुसार, “फोगट के वकील ने कहा कि यह एथलीट द्वारा प्रतियोगिताओं के बाद अपने स्वास्थ्य और अखंडता को बनाए रखने के लिए किए जाने वाले भोजन के कारण भी हो सकता है.”
जो रिपोर्ट सामने आए हैं उसमें ये भी जिक्र है कि वकील ने धोखाधड़ी या हेरफेर की संभावना को नकारा है. और वजन बढ़ने के पीछे अतिरिक्त भोजन करने वाले तर्क को भी नकारा है. बता दें कि विनेश फोगाट मामले पर CAS अपना फैसला 13 अगस्त को सुनाने वाला है. भारत के पूर्व दिग्गज कप्तान सौरव गांगुली ने भी फोगाट को सिल्वर मेडल देने की वकालत की है.