भाजपा की राज्य चुनाव प्रबंधन समिति के सदस्य वरिंदर गर्ग के अनुसार एक अक्टूबर (मंगलवार) को विधानसभा चुनाव की तारीख से पहले सप्ताहांत पर छुट्टी है और उसके बाद कुछ छुट्टियां हैं, जिससे मतदान प्रतिशत प्रभावित हो सकता है. बेहतर मतदान प्रतिशत के लिए, छुट्टियों की श्रृंखला समाप्त होने के बाद कोई भी नई तारीख ठीक रहेगी.’’
नई दिल्ली:
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने को लेकर आज फैसला हो सकता है. चुनाव आयोग की आज दिल्ली में बैठक होने जा रही है, जिसमें हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख को लेकर फैसला किया जा सकता है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हरियाणा इकाई ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर एक अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को कुछ समय के लिए टालने का अनुरोध किया था. पार्टी ने चुनाव तिथि से पहले और बाद में छुट्टियों का हवाला देते हुए कहा था कि इससे मतदान प्रतिशत कम हो सकता है.
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के नेता अभय चौटाला ने भी चुनाव टालने की मांग की है. हालांकि विपक्षी दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने भाजपा की आलोचना करते हुए दावा किया था कि सत्तारूढ़ पार्टी चुनाव का सामना करने से डर रही है क्योंकि उसे हार का आभास हो गया है.
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत 18 सितंबर को मतदान होना है. जबकि दूसरे चरण के तहत 25 सितंबर और तीसरा चरण के तहत एक अक्टूबर को वोट डाले जाएगें. मतों की गिनती चार अक्टूबर को होगी. हरियाणा में 1 अक्टूबर को चुनाव है, जबकि 4 अक्टूबर को मतगणना है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव तय तारीख पर कराए जाएं या इसकी तारीख को बदला जाए, इस पर आज चुनाव आयोग फैसला ले सकता है. 3 अक्टूबर से नवरात्र शुरू हो रहे हैं. ऐसे में हो सकता है कि हरियाण में चुनाव एक अक्टूबर से पहले करवा दिए जाएं और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के साथ ही इसके नतीजे तय तारीख 4 अक्टूबर को आएं.
एक के बाद एक कई हैं छुटियां
बता दें शनिवार (28 सितंबर) को अनेक लोगों के लिए अवकाश रहता है, जबकि रविवार को भी अवकाश है. एक अक्टूबर को राज्य में चुनाव अवकाश है, इसके बाद दो अक्टूबर को गांधी जयंती है, जो अवकाश है और तीन अक्टूबर को महाराजा अग्रसेन जयंती के कारण भी अवकाश है.
भाजपा की राज्य चुनाव प्रबंधन समिति के सदस्य वरिंदर गर्ग के अनुसार एक अक्टूबर (मंगलवार) को विधानसभा चुनाव की तारीख से पहले सप्ताहांत पर छुट्टी है और उसके बाद कुछ छुट्टियां हैं, जिससे मतदान प्रतिशत प्रभावित हो सकता है. बेहतर मतदान प्रतिशत के लिए, छुट्टियों की श्रृंखला समाप्त होने के बाद कोई भी नई तारीख ठीक रहेगी.”
विपक्षी पार्टियों ने किया विरोध
कांग्रेस का कहना है कि, ‘‘हरियाणा के मतदाता बेहद जागरुक हैं. वो कहीं छुट्टी मनाने नहीं जाएंगे, बल्कि भाजपा की छुट्टी करने के लिए भारी संख्या में मतदान केंद्र आकर वोट देंगे.” आम आदमी पार्टी (आप) की हरियाणा इकाई ने कहा था कि चुनाव होने से पहले ही सत्तारूढ़ भाजपा ने बहाने ढूंढने शुरू कर दिए थे, क्योंकि उसे चुनाव में अपनी आसन्न हार का आभास हो गया है.