नाटो महासचिव मार्क रूटे ने गुरुवार को कहा कि नाटो अपना वार्षिक परमाणु अभ्यास सोमवार को शुरू करेगा। यह बात रूसी राष्ट्रपति के परमाणु मुद्दे पर बढ़ते बयानबाजी की पृष्ठभूमि में कही गई है ।
नाटो अधिकारियों ने बताया कि बेल्जियम और नीदरलैंड द्वारा आयोजित स्टीडफास्ट नून अभ्यास में 13 देशों के 60 विमानों सहित एफ-35ए लड़ाकू विमान और बी-52 बमवर्षक भी भाग लेंगे।
रूटे ने प्रधानमंत्री कीर स्टारमर और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ बैठक के बाद लंदन में कहा, “अनिश्चित दुनिया में यह महत्वपूर्ण है कि हम अपनी रक्षा का परीक्षण करें और अपनी रक्षा को मजबूत करें ताकि हमारे विरोधियों को पता चले कि नाटो तैयार है और किसी भी खतरे का जवाब देने में सक्षम है।”
उन्होंने कहा, “संपूर्ण अभ्यास विशेष रूप से यूनाइटेड किंगडम, उत्तरी सागर, तथा बेल्जियम और नीदरलैंड पर केंद्रित होगा।”
इस अभ्यास में किसी भी जीवित हथियार का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। लेकिन अधिकारियों ने बताया कि अभ्यास में भाग लेने वाले करीब 2,000 सैन्यकर्मी उन मिशनों का अनुकरण करेंगे जिनमें युद्धक विमान अमेरिकी परमाणु हथियार ले जाते हैं।
32 सदस्यीय ट्रान्साटलांटिक सैन्य गठबंधन के अधिकारियों के अनुसार, यह अभ्यास सोमवार को शुरू होगा और लगभग दो सप्ताह तक चलेगा।
नाटो के रक्षा नीति एवं योजना के सहायक महासचिव एंगस लैप्स्ले ने कहा, “हम किसी भी दिन जो कुछ कहा जा रहा है या नहीं कहा जा रहा है, उसके अनुसार लगातार समायोजन नहीं करते हैं।”
लेकिन उन्होंने कहा कि स्टीडफास्ट नून जैसे अभ्यास नाटो की परमाणु क्षमताओं को प्रदर्शित करने और किसी भी हमले को रोकने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने ब्रुसेल्स में नाटो मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, “हम किसी भी विरोधी को, और मुख्य रूप से रूस को, कई अलग-अलग तरीकों से रोकना चाहते हैं, जिसमें पारंपरिक प्रतिरोध भी शामिल है।” “लेकिन यह हमेशा परमाणु प्रतिरोध पर आधारित रहा है।”
लैप्स्ले ने कहा कि नाटो इस समय यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है कि उसकी परमाणु प्रतिरोधक क्षमता विश्वसनीय और सुनिश्चित हो।