अफजाल अंसारी के बयान पर कई तरह की बातें की जा रही हैं. लोग पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने और सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ करने के पीछे क्या राजनीति को डिकोड कर रहे हैं. इस पर अफजाल अंसारी का कहना है कि उन्होंने जो कहा है वह पूरी तरह से सच है.
नई दिल्ली:
गाजीपुर के सपा सांसद अफजाल अंसारी के एक बयान ने नए कयासों को जन्म दे दिया है. दरअसल अंसारी ने कहा है कि अगर योगी आदित्यनाथ वाराणसी में प्रचार नहीं करते तो पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाते. उन्होंने कहा है कि योगी आदित्यनाथ की वजह से ही बीजेपी यूपी में 33 सीटें जीत पाई. उन्होंने कहा कि अगर योगी प्रचार नहीं करते तो बीजेपी तीन सीटें ही जीत पाती. सपा सांसद का कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करिश्मा खत्म हो चुका है. यही कारण है कि बीजेपी वाराणसी के आसपास की सभी सीटें हार गई.
क्या कहा है अफदाल अंसारी ने
अफजाल अंसारी मुख्तार अंसारी के बड़े भाई हैं.बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की इस साल 28 मार्च को वहां के एक अस्पताल में मौत हो गई थी. उनकी मौत के बाद उनके परिवार ने आरोप लगाया था कि मुख्तार को धीमा जहर देकर मारा गया था. परिवार ने इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार को जिम्मेदार ठहराया था. अफजाल अंसारी का ताजा बयान मुख्तार अंसारी के चालिसवें के बाद आया है.
अफजाल अंसारी के बयान को लेकर कई तरह की बातें की जा रही हैं. लोग पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने और सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ करने के पीछे क्या राजनीति को डिकोड कर रहे हैं. इस पर अफजाल अंसारी का कहना है कि उन्होंने जो कहा है वह पूरी तरह से सच है. उनका कहना है कि आप इस बयान का कोई भी मतलब निकाल सकते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी वाराणसी के आसपास की सभी सीटें हार गई. वहीं योगीदित्यनाथ के गृहक्षेत्र गोरखपुर और उसके आसपास की सभी सीटें बीजेपी ने जीत ली हैं.
अफजाल अंसारी की मुश्किलें
अफजाल अंसारी ने पिछला चुनाव गाजीपुर से ही बसपा के टिकट पर जीता था. लेकिन चुनाव से पहले वो सपा में शामिल हो गए. सपा ने उन्हें उनकी सीट गाजीपुर से टिकट दे दिया. वहां उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार पारसनाथ राय को एक लाख 24 हजार 861 वोट के अंतर से हरा दिया. अंसारी को पांच लाख 39 हजार 912 वोट तो राय को चार लाख 15 हजार 51 वो मिले थे.
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा.उनके इस पर बहुत विवाद हुआ था.उनके इस बयान के बाद पिछले साल 15 अप्रैल को प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में गोली मारकर हत्या कर दी गई. इसके बाद जेल में बंद मुख़्तार अंसारी की मौत हो गई. इन दोनों घटनाओं को योगी आदित्यनाथ के ‘मिट्टी में मिला देंगे’ वाले बयान से जोड़ कर देखा गया.
चुनाव में चले थे शब्दवाण
इस साल लोकसभा चुनाव के दौरान योगी आदित्यानाथ गाजीपुर में अंसारी परिवार की आलोचना की थी.इसके बाद भी अफजाल अंसारी ने गाजीपुर से लोकसभा का चुनाव बीजेपी उम्मीदवार को हरा कर जीत लिया.अफजाल ने यह चुनाव मुख्तार अंसारी के न होने के बाद भी जीता है.अब चुनाव के बाद अफजाल अंसारी योगी आदित्यनाथ की तारीफ क्यों कर रहे हैं. इसको लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं.कुछ लोग कह रहे हैं कि अफजाल अंसारी योगी सरकार से मदद चाहते हैं.इसलिए वे योगी आदित्यनाथ की तारीफ कर रहे हैं.
मुख्तार अंसारी का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी मऊ सदर सीट से विधायक हैं. वो इस समय जेल में बंद हैं. वहीं मुख्तार की पत्नी अफशां अंसारी पर कई मामले दर्ज हैं.उनकी गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने इनाम घोषित कर रखा है.वो काफी समय से फरार चल रही हैं. ऐसे में अंसारी परिवार की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं.