केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह रविवार, 19 जनवरी 2025 को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 20वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह 200 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत अब आपदा प्रबंधन के लिए राहत-केंद्रित दृष्टिकोण के बजाय शून्य-हताहत दृष्टिकोण अपना रहा है। इस दृष्टिकोण का उद्देश्य आपदाओं के दौरान शून्य हताहत के लक्ष्य को प्राप्त करना है।
केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री रविवार को तीन महत्वपूर्ण केंद्रों के परिसर का उद्घाटन करेंगे, जिनमें राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (NIDM) का दक्षिणी परिसर, NDRF की 10वीं बटालियन का परिसर और सुपौल (9वीं बटालियन) में क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र (RRC) का परिसर शामिल है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विज़न@2047 के तहत, NIDM और NDRF, भारत को आपदा-प्रतिरोधी बनाने और देश में आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रणाली को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। वे मानव संसाधन विकास, क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण, अनुसंधान, दस्तावेज़ीकरण और नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
श्री अमित शाह हैदराबाद में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (NPA) में एक नए ‘एकीकृत इनडोर शूटिंग रेंज’ की आधारशिला भी रखेंगे, जहाँ IPS परिवीक्षाधीन अधिकारियों को फायरिंग कौशल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह ‘एकीकृत इनडोर शूटिंग रेंज’ 50 मीटर लंबी होगी और इसमें 10 लेन होंगी, जिससे दस व्यक्ति एक साथ फायरिंग का अभ्यास कर सकेंगे। शूटिंग रेंज सभी मौसम की स्थिति में चालू रहेगी, पूरी तरह से स्वचालित और तकनीकी रूप से उन्नत होगी। इसका निर्माण ₹27 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। इस रेंज की अत्याधुनिक तकनीक अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होगी और यह देश के सभी पुलिस संगठनों के बीच एक अनूठी सुविधा होगी।
NDRF की 10 वीं बटालियन ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में समर्पण, दक्षता और व्यावसायिकता का एक असाधारण उदाहरण प्रस्तुत किया है। अपने गठन के बाद से, इस बटालियन ने 800 से अधिक मिशनों में भाग लिया है, 15,000 से अधिक लोगों की जान बचाई है और एक लाख से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर 2016 एशियाई मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (AMCDRR) में, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए 10-सूत्री एजेंडा की रूपरेखा प्रस्तुत की, जो भारत की आपदा प्रबंधन नीति का मार्गदर्शन करता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए 10-सूत्री एजेंडे के अनुरूप, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (NIDM) के तत्वावधान में आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए भारतीय विश्वविद्यालयों और संस्थानों का नेटवर्क (IUINDRR-NIDM) स्थापित किया गया है। इस नेटवर्क का उद्देश्य आपदा लचीलापन बनाने में शिक्षा, अनुसंधान और प्रशिक्षण की भूमिका को उजागर करना और विभिन्न स्तरों पर आपदा जोखिम न्यूनीकरण (DRR) को एकीकृत करने के लिए मॉडल पाठ्यक्रम विकसित करना है।
देश के दक्षिणी भाग की जरूरतों को पूरा करने के लिए, केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत, आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में एनआईडीएम के दक्षिणी परिसर की स्थापना की। यह परिसर मई 2023 से आंशिक रूप से चालू हो गया है, और बहुत कम समय में, 44 से अधिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिसमें 2,130 से अधिक हितधारकों को आपदा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं में प्रशिक्षित किया गया है।
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