Banswara Mahi Dam: राजस्थान में इस साल मानसून की विशेष कृपा रही है. प्रदेश में हुई भारी बारिश से नदी-नाले, बांध सब भर गए हैं. इससे राजस्थान के डैम के गेट भी खोले जा रहे हैं.
Banswara Mahi Dam: राजस्थान के बड़े बांधों में शुमार और बांसवाड़ा संभाग के सबसे बड़े बांध माही डेम के चार गेट शाम चार बजे चार गेट खोले गए. माही परियोजना के अधीक्षण अभियंता प्रकाश चंद रैगर ने बताया कि माही बजाज सागर बांध में मंगलवार को कुल जल स्तर 281.50 मीटर के मुकाबले 280.30 मीटर पानी होने और बांध के केचमेंट एरिया में वर्षा और मध्यप्रदेश स्थित माही मुख्य बांध से हो रही पानी की आवक को ध्यान में रखते हुए शाम चार बजे चार गेट खोलकर 2500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी की निकासी की गई.
माही माता की पूजा-अर्चना के बाद खोले गए 4 गेट
इस अवसर पर संभागीय आयुक्त नीरज के पवन और जिला कलेक्टर डॉ इंद्रजीत सिंह यादव ने माही माता की पूजा-अर्चना की और उसके बाद क्रमश चार गेट एक एक मीटर खोले गए. सीजन में पहली बार माही बांध के गेट खुलने से लोगों में हर्ष छा गया और गेट खुलने के नजारें को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई.
मंगलवार सुबह 280 मीटर के ऊपर पहुंचा वाटर लेवल
माही डैम का जल स्तर मंगलवार सुबह तक 280 मीटर के ऊपर पहुंच चुका था और मध्य प्रदेश में हो रही बारिश के कारण प्रति सैकेंड बांध में 22 हजार क्यूसेक पानी की आवक जारी है. बांध के कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश का दौर जारी है और पानी की आवक तेजी से हो रही है.
प्रशासन ने गेट खोले जाने को लेकर लोगों को किया अलर्ट
इसको देखते हुए प्रशासन ने आसपास रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है कि बांध के बहाव क्षेत्र और उसके नजदीक किसी भी तरह की गतिविधी ना करें, अन्यथा परेशानी उठानी पड़ सकती है. बांध की कुल भराव क्षमता 281.50 आरएल मीटर है. पानी की आवक तेज बनी हुई है.
बिजली का हो रहा है उत्पादन
वहीं माही बांध में पानी की आवक को ध्यान में रखते हुए पन बिजली घर से बिजली का उत्पादन शुरू कर दिया गया है. गत चार दिन में प्रदेश को करीब 25 लाख यूनिट से अधिक बिजली प्राप्त हो चुकी है. जब तक माही बांध के गेट खुल नहीं जय तब तक बिजली का उत्पादन होता रहेगा.