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तो क्या उत्तर भारत में आसमान से बरसती रहेगी आग? आखिर क्यों सुस्त हो गया तेजी से बढ़ता मानसून

IMD डेटा के अनुसार, उत्तरी राज्यों में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और 46 डिग्री सेल्सियस के बीच है और मानसून में देरी के कारण हीटवेव की संभावना अगले कुछ दिनों तक बनी रहेगी.

नई दिल्ली:

देश के कई हिस्सों में गर्मी का कहर जारी है इस बीच मौसम विभाग (Weather Department) के 2 वरिष्ठ अधिकारियों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हुए दावा किया है कि पश्चिमी क्षेत्रों में समय से पहले मानसून के पहुंचने के बाद उसकी गति कमजोर पड़ गयी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक अधिकारी ने बताया कि, “महाराष्ट्र पहुंचने के बाद मानसून धीमा हो गया है और इसे फिर से गति हासिल करने में एक सप्ताह लग सकता है.”

अधिकारी ने बताया कि मुंबई में मानसून तय समय से करीब दो दिन पहले पहुंच गया, लेकिन मध्य और उत्तरी राज्यों में इसके फैलाव में देरी हो सकती है. आईएमडी डेटा के अनुसार, उत्तरी राज्यों में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और 46 डिग्री सेल्सियस (108 डिग्री फ़ारेनहाइट से 115 डिग्री फ़ारेनहाइट) के बीच है, जो सामान्य से लगभग 3 डिग्री सेल्सियस से 5 डिग्री सेल्सियस (5 डिग्री फ़ारेनहाइट और 9 डिग्री फ़ारेनहाइट) अधिक है. 

इन राज्यों में हीटवेव जारी रहने की संभावना
एक अन्य मौसम अधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और ओडिशा जैसे उत्तरी और पूर्वी राज्यों में अगले दो हफ्तों में हीटवेव जारी रहने की संभावना है. अधिकारी ने कहा कि “मौसम मॉडल गर्मी से जल्द राहत का संकेत नहीं दे रहे हैं. मानसून में देरी का असर मैदानी इलाकों के तापमान पर पड़ेगा. हालांकि दोनों ही अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर यह बात बतायी है.  आईएमडी के ये अधिकारी मीडिया से बात करने के लिए अधिकृत नहीं थे.

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भारत में जारी है गर्मी का कहर
भारत एशिया के उन कई हिस्सों में से एक है जहां असामान्य रूप से भीषण गर्मी पड़ रही है, वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण स्थिति और खराब हो गई है. इस महीने, नई दिल्ली में कुछ स्थानों पर अब तक का सबसे अधिक तापमान 49.9 डिग्री सेल्सियस (122 डिग्री फ़ारेनहाइट) दर्ज किया गया, जबकि 44 डिग्री सेल्सियस (112 डिग्री फ़ारेनहाइट) तक की गर्मी में पानी की कमी से जूझना पड़ा.  दूसरे अधिकारी ने कहा, अगले दो हफ्तों में मध्य, उत्तरी और कुछ पश्चिमी राज्यों में बारिश सामान्य से कम होने की संभावना है.  आईएमडी का कहना है कि 1 जून को सीज़न शुरू होने के बाद से भारत में सामान्य से 1% कम बारिश हुई है.

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मानसून से पहले दिल्ली में यमुना की सफाई
दिल्ली में मानसून आने से पहले ही यमुना नदी की सफाई का काम युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है.  दिल्ली सरकार को डर है कि कहीं पिछली बार की तरह इस बार भी भारी बारिश के बाद हथिनी कुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा गया तो यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ेगा.  दिल्ली के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार शाम अधिकारियों के साथ यमुना में चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया. बारिश से पहले ही दिल्ली सरकार सभी तैयारियों को पूरा कर लेना चाहती है, ताकि पिछली बार की तरह हो रही तेज बारिश के बाद आई बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय राजधानी पूरी तरह तैयार रहे.

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बिहार में जारी रहेगा गर्मी और लू का दौर
बिहार की राजधानी पटना सहित प्रदेश के लगभग सभी क्षेत्रों में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप जारी है. अगले चार दिनों तक राहत की उम्मीद भी नहीं है. पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, 14 जून तक राज्य के दक्षिणी भाग के अधिकांश जिलों के अनेक स्थानों तथा उत्तरी भाग के कुछ जिलों के एक या दो स्थानों में हीटवेव की स्थिति रहने की प्रबल संभावना है. मौसम के 15-16 जून से सामान्य होने की उम्मीद है.

मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, सोमवार को बिहार में सबसे अधिकतम तापमान बक्सर और भोजपुर में 45.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके अलावा सीवान में 44.5 डिग्री, गया में 45.1 डिग्री, राजगीर (नालंदा) में 44.7 डिग्री तथा पटना में 41.7 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया.

उत्तराखंड तक अगले 3 दिनों तक लू चलने की संभावना
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने अगले  चार दिनों  के लिए लू चलने का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि 11 जून से 14 जून तक हीट वेव चलेगी. अगले एक हफ्ते तक मैदानी जिलों में 42 डिग्री  तक और पहाड़ी जिलों में 29 डिग्री तक तापमान जा सकता है. इसके अलावा इस दौरान तेज आंधी चलने की भी संभावना भी जताई गई है.

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