देश में मानसून काफी सक्रिय है और इसके कारण जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने आज कई राज्यों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
नई दिल्ली :
देश के कई राज्यों में भारी बारिश (Heavy Rain) का दौर जारी है. मौसम विभाग ने आज कई राज्यों के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनमान जताया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) ने जहां पर महाराष्ट्र के कुछ इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, वहीं पर राजस्थान, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के लिए बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. साथ ही अगले 5 दिनों के दौरान पश्चिमी और मध्य भारत में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ ही आंधी और बिजली गिरने की संभावना जताई जा रही है.
मध्य महाराष्ट्र को लेकर मौसम विभाग का रेड अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी बंगाल की खाड़ी व बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल तट पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है. मानसून ‘ट्रफ लाइन’ अपनी सामान्य अवस्था में है. इसके कारण कई स्थानों पर जमकर बारिश की संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग ने देश के अलग-अलग राज्यों को लेकर भविष्यवाणी की है. इसके मुताबिक, मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश का अनुमान है. महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके में बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया गया है तो माठवाड़ा में भारी बारिश हो सकती है. मध्य महाराष्ट्र में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है.
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ को लेकर ऑरेज अलर्ट
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया है. इसके साथ ही कोंकण और गोवा के साथ ही गुजरात में अलग-अलग जगहों पर बहुत भारी बारिश की संभावना है. वहीं मध्य प्रदेश और गुजरात के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश का अनुमान भी जताया है.
इन राज्यों में भी बहुत भारी बारिश का जताया अनुमान
मौसम विभाग के मुताबिक, आज उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है. वहीं पूर्वी राजस्थान में आज और कल अलग-अलग जगहों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है. इसके साथ ही 30 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है. साथ ही पश्चिमी राजस्थान में भी आज से दो दिनों तक कुछ जगहों पर भारी बारिश के आसार हैं.
उत्तराखंड में 106 लोगों को बचाया गया
उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार को भी बारिश का जारी रहा, जिससे गंगा और यमुना सहित अनेक नदियां और नाले उफान पर आ गए जबकि मदमहेश्वर में एक पैदल पुल के बारिश में बह जाने के बाद वहां फंस गए 106 पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश होने से हरिद्वार जिले में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसे देखते हुए नदी किनारे बनी बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है.
भारी बारिश से रुदप्रयाग जिले में करीब 11 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित मदमहेश्वर के पैदल रास्ते पर गोंडार में एक पुल बह गया जिससे वहां 100 से ज्यादा पर्यटक फंस गए. एसडीआरएफ से मिली जानकारी के अनुसार सूचना मिलने पर हेलीकॉप्टर की मदद से वहां फंसी पांच महिलाओं समेत 106 पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.
उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री धाम के पास जानकीचट्टी में अत्यधिक बारिश होने से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया जिससे यमुनोत्री मंदिर परिसर में स्थित मंदिर समिति के कार्यालय और रसोई को भी नुकसान पहुंचा. नदी का पानी जानकीचट्टी के पार्किंग क्षेत्र में भी आ गया जिसमें कुछ दोपहिया वाहन बह गए. एसडीआरएफ और पुलिस द्वारा नदी के आसपास के इलाकों को सुरक्षा की द्रष्टि से खाली करा लिया गया है.
उत्तरकाशी जिले में ही गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर भटवाड़ी से आगे थिरांग के पास पहाड़ी से भूस्खलन होने से यातायात बाधित हो गया. भूस्खलन के कारण मलबे में एक मोटरसाइकिल भी दब गयी। हालांकि, मोटरसाइकिल सवार घटना में सुरक्षित बच गया.
टिहरी में भिलंगना क्षेत्र के बूढ़ाकेदार में जखाना, तोली और गेन्बाली गांवों में बृहस्पतिवार रात भारी बारिश हुई जिससे बालगंगा नदी में उफान आ गया और ग्रामीणों के खेत, पुल तथा संपर्क मार्ग नदी के पानी से क्षतिग्रस्त हो गए. सड़क किनारे बसे गांवों के कई मकानों और दुकानों में भी नदी का पानी घुस गया. ग्रामीणों का कहना है कि वे समय रहते घरों से निकल कर सुरक्षित स्थानों पर आ गए, अन्यथा जनहानि भी हो सकती थी.
हरिद्वार में खतरे के निशान के पार पहुंची गंगा
लगातार बारिश से हरिद्वार में गंगा नदी उफान पर है और भीमगोड़ा बैराज पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग और जिला प्रशासन लगातार गंगा के जलस्तर पर नजर बनाए हुए है वहीं नदी किनारे की बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. गंगा कैनाल हेडवर्क्स के एसडीओ अनिल निमेष ने बताया कि हरिद्वार में गंगा 293 मीटर के खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है.
देहरादून जिले में बादलों की गर्जन और बिजली के चमकने के साथ भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए लगातार दूसरे दिन आज भी जिले के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखे जाने के आदेश दिए गए हैं. जिलाधिकारी सोनिका ने भारी बारिश के ‘ऑरेंज अलर्ट’ के मद्देनजर एहतियातन आज कक्षा एक से 12 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल तथा आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखे जाने का आदेश दिया है. शुक्रवार को भी जिले भर में स्कूल बंद रहे.
ओडिशा में अगले चार दिनों में भारी बारिश का अनुमान
उत्तरी बंगाल की खाड़ी और उससे लगे बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों और गंगीय पश्चिम बंगाल में एक महीने में तीसरी बार निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से अगले चार दिनों तक ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग के भुवनेश्वर स्थित क्षेत्रीय केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने बताया कि शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे से पहले इसके प्रभाव से भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, कटक, ढेंकनाल, अंगुल, क्योंझर, संबलपुर, देवगढ़, बारगढ़, बालासोर, मयूरभंज, सुंदरगढ़, जाजपुर, झारसुगुड़ा, पुरी, खोरधा, नयागढ़ बौध, सोनपुर, बोलांगीर, नुआपाड़ा, नबरंगपुर और मलकानगिरी जिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है.
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त कंधमाल, कटक, सोनपुर, बरगढ़, बोलनगीर, कालाहांडी, नुआपाड़ा, नबरंगपुर, कोरापुट और नयागढ़ जिलों में भारी बारिश की आशंका है.
उन्होंने कहा कि 31 जुलाई तक कई जिलों में यह स्थिति जारी रहने की आशंका है. मौसम विभाग ने मछुआरों को 27 जुलाई तक ओडिशा तट के आसपास समुद्र में जाने से बचने की सलाह दी है. आईएमडी के पूर्वानुमान के मद्देनजर विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) सत्यव्रत साहू ने 13 जिलों के जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा है क्योंकि उत्तरी ओडिशा में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
अलर्ट के तहत आने वाले जिलों में मयूरभंज, बालासोर, क्योंझर, सुंदरगढ़, भद्रक, केंद्रपाड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा, जाजपुर, ढेंकनाल और अंगुल शामिल हैं.
राजस्थान में आगामी एक सप्ताह मानसून के सक्रिय रहने की संभावना
मानसून की सक्रियता से राजस्थान में बारिश का दौर जारी है. बीते चौबीस घंटे में बांसवाड़ा, बूंदी, भरतपुर जिले में कहीं-कहीं मूसलाधार बारिश हुई. मौसम केंद्र, जयपुर के अनुसार आगामी एक सप्ताह मानसून सक्रिय रहने तथा अधिकांश स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है. इस दौरान कोटा, उदयपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी व एक दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना है. भरतपुर, जयपुर, अजमेर, बीकानेर व जोधपुर संभाग के भी कुछ भागों में मध्यम व कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है.
मौसम केंद्र के मुताबिक पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर व बीकानेर संभाग के अनेक स्थानों पर 29 से 31 जुलाई के दौरान बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने तथा अनेक स्थानों पर हल्के से मध्यम व कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है.
कोहिमा में भीषण भूस्खलन, चार घर क्षतिग्रस्त
भारी बारिश के कारण कोहिमा में हुए भीषण भूस्खलन में कम से कम चार घर क्षतिग्रस्त हो गए. अधिकारियों ने कहा कि यह घटना ‘नॉर्थ ब्लॉक’ में वार्ड-3 की पेजीलिएट्सी कॉलोनी में हुई. उन्होंने बताया कि भूस्खलन से आस-पास के कुछ मकान भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए और कम से कम 20 परिवार बेघर हो गए हैं. कोहिमा नगर परिषद के नवनिर्वाचित पार्षदों ने अपने अध्यक्ष नेइखोजो सुखरी और उपाध्यक्ष के. चुसी के नेतृत्व में प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया. घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए सुखरी ने कहा कि यह क्षेत्र धंस रहा है और कोहिमा नगर परिषद (केएमसी) राज्य सरकार के परामर्श से एक सुरक्षात्मक दीवार और जल निकासी को लेकर ‘पायलट’ परियोजना शुरू करेगी. प्रभावित वार्ड के पार्षद रुकुओवोली रुत्सा ने कहा कि क्षेत्र में इतना बड़ा भूस्खलन 2017 के बाद पहली बार हुआ है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग प्रभावित परिवारों की मदद कर रहे हैं.