ईडी ने धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के लिए इंटरनेशनल रिक्रिएशन एंड एम्यूजमेंट लिमिटेड और उससे जुड़ी अन्य कंपनियों के खिलाफ गुरुग्राम पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी. जिसके तहत अब नोएडा के सबसे पुरने और फेमस GIP मॉल पर भी शिकंजा कस गया है.
नोएडा:
नोएडा के सेक्टर 18 के पास मौजूद फेमस ग्रेड इंडिया पैलेस मॉल (GIP Mall) पर कानूनी शिकंजा कस गया है. जीआईपी मॉल के कुछ हिस्से को अटैच किया गया है. अब लोगों के मन में यह सवाल है कि मॉल के अंदर जा सकेंगे या नहीं. बता दें कि मॉल के भीतर पहले ही तरह ही एंट्री मिलती रहेगी और सभी दुकानें भी खुली रहेंगी. ईडी ने मॉल के सिर्फ एडवेंचर स्पॉट को ही अटैच किया है. वहीं रोहिणी के एडवेंचर आयलैंड को भी अटैच किया गया है. धोखाधड़ी के मामले में ईडी ने यह शिकंजा कसा है.
ईडी ने इंटरनेशनल एम्यूजमेंट लिमिटेड ( IRAL की होल्डिंग कंपनी) से संबंधित 291.18 करोड़ की संपत्तियां अटैच की हैं, जिनमें GIP मॉल भी शामिल है. एंटरटेनमेंट सिटी लिमिटेड के तहत आने वाला नोएडा का ग्रेट इंडिया पैलेस मॉल करीब 3,93,737.28 स्क्वायर फुट की कमर्शियल जगह पर बना है. ईडी का शिकंजा रोहिणी के एडवेंचर आइलैंड पर भी कसा है. रोहिणी स्थित एडवेंचर आइलैंड लिमिटेड 45,966 स्क्वायर फुट की कमर्शियल जगह पर बना है.
नोएडा के GIP मॉल पर ED का शिकंजा
दौलतपुर, तहसील-आमेर, जयपुर में 218 एकड़ जमीन का पट्टा भी इंटरनेशनल एम्यूजमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के नाम है. इस पर भी ईडी का शिकंजा कस गया है. ईडी ने धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के लिए इंटरनेशनल रिक्रिएशन एंड एम्यूजमेंट लिमिटेड और उससे जुड़ी अन्य कंपनियों के खिलाफ गुरुग्राम पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी. जिसके तहत अब नोएडा के सबसे पुरने और फेमस GIP मॉल पर भी शिकंजा कस गया है. ईडी ने GIP मॉल के कुछ हिस्से को भीअटैच कर लिया है. यह खबर उन लाखों करोड़ों दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए किसी झटके से कम नहीं है, जिनकी सुनहरी यादें इस जगह से जुड़ी है.
GIP मॉल लोगों का पसंदीदा डेस्टिनेशन
आज भी जीआईपी मॉल लोगों के लिए पसंदीदा शॉपिंग और आउटिंग डेस्टिनेशन माना जाता है. हर दिन बड़ी संख्या में लोग मॉल में घूमने और शॉपिंग करने पहुंचते हैं. बड़े-बड़े ब्रांड्स मॉल में मौजूद हैं. वही मॉल के एडवेंटर स्पॉट का लुत्फ लेने भी बड़ी संख्या में लोग हर दिन जाते हैं. ऐसे में ईडी की यह कार्रवाई किसी झटके से कम नहीं है.
धोखाधड़ी मामले में ED ने कसा शिकंजा
इंटरनेशनल रिक्रिएशन एंड एम्यूजमेंट लिमिटेड ने किफायती आवास योजना के तहत सेक्टर 29 और 52-ए, गुरुग्राम में दुकानों और प्लॉट के आवंटन के नाम पर 1500 निवेशकों से 400 करोड़ रुपए लिए थे. हालांकि निवेशकों को न तो रिटर्न मिला और न ही प्रोजेक्ट पूरे हुए. यही वजह है कि ईडी ने इसकी संपत्तियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. ईडी की जांच से पता चला है कि पैसा निजी खातों में ट्रांसफर कर दिया गया है. इसके अलावा, IRAL की बैलेंस शीट में हेराफेरी की बात भी सामने आई है. मामले की जांच की जा रही है.