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भारत ने जीपीडीआरआर 2025 में वैश्विक आपदा लचीलापन और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि की

डॉ. पीके मिश्रा ने जीपीडीआरआर 2025 में जी20, डब्ल्यूएचओ और एयू के साथ चर्चा की

प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पीके मिश्रा ने आज जिनेवा में आपदा जोखिम न्यूनीकरण (जीपीडीआरआर) 2025 के लिए वैश्विक मंच के अवसर पर जी20 आपदा जोखिम न्यूनीकरण (डीआरआर) कार्य समूह गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया। चर्चा के दौरान, उन्होंने विकास संबंधी अनिवार्यताओं के साथ-साथ आर्थिक क्षमता का लाभ उठाकर वैश्विक आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रयासों को आगे बढ़ाने में जी20 की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने और वैश्विक चुनौतियों के खिलाफ सामूहिक लचीलापन बनाने का आह्वान किया।

आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर, डॉ. मिश्रा ने लचीले भविष्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी का विस्तार करने की भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने अफ्रीकी संघ (एयू) का आपदा रोधी अवसंरचना गठबंधन (सीडीआरआई) के नए सदस्य के रूप में स्वागत किया। इस अवसर पर एयू आयुक्त श्री मोसेस विलाकाटी और फ्रांस ओएनयू जिनेवा से सीडीआरआई के सह-अध्यक्ष प्रतिनिधि मौजूद थे। यह मील का पत्थर 2023 में भारत की अध्यक्षता के दौरान जी20 के स्थायी सदस्य के रूप में एयू के ऐतिहासिक समावेश के बाद आया है।

डॉ. मिश्रा ने जिनेवा में जीपीडीआरआर के दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस से भी मुलाकात की। उन्होंने वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य मामलों पर डब्ल्यूएचओ के साथ भारत के सहयोग पर चर्चा की। श्री मिश्रा ने दिसंबर 2025 में नई दिल्ली में आयोजित होने वाले दूसरे डब्ल्यूएचओ वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा शिखर सम्मेलन के लिए भारत के समर्थन को दोहराया और गुजरात के जामनगर में डब्ल्यूएचओ वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा केंद्र के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

 

 

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एमजेपीएस/एसआर

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