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एचआईवी के खिलाफ दौड़: देशभर से करीब 150 धावक राष्ट्रीय रेड रन 2.0 में हिस्सा ले रहे हैं

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (एनएसीओ) द्वारा गोवा राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी (जीएसएसीएस) के सहयोग से शनिवार, 18.01.2025 को मीरामार, पणजी में आयोजित राष्ट्रीय रेड रन 2.0 में देश भर से लगभग 150 धावकों ने भाग लिया।

केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री श्रीपद वाई. नाइक ने 10 किलोमीटर लंबी दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौड़ का उद्देश्य खेल और सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से एचआईवी की रोकथाम के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पहले आयोजित राज्य स्तरीय रेड रन के शीर्ष दो विजेताओं ने आज आयोजित राष्ट्रीय रेड रन 2.0 में भाग लिया। प्रतिभागियों ने पुरुष, महिला और ट्रांसजेंडर श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा की।

केरल के श्री नबील साही ने पुरुष वर्ग में प्रथम पुरस्कार जीता, जबकि मेघालय के डेनियल वहलांग और शेमलंग शुभा ने क्रमशः दूसरा और तीसरा पुरस्कार जीता। महिला वर्ग में चंडीगढ़ की श्रेया, उत्तराखंड की अंजलि, मध्य प्रदेश की मनीषा ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा पुरस्कार जीता। ट्रांसजेंडर वर्ग में मणिपुर की तनु थ्सोकसोम , आंध्र प्रदेश के एम नरेश, महाराष्ट्र की गार्गी चिखलकर ने पहला, दूसरा और तीसरा पुरस्कार जीता। शीर्ष तीन स्थानों के लिए शीर्ष फिनिशरों को क्रमशः 50,000 रुपये, 35,000 रुपये और 25,000 रुपये का नकद पुरस्कार मिला।

इसके अलावा, नीति निर्माताओं, सरकार, नागरिक समाज, समुदायों, युवाओं, विकास भागीदारों, विकलांग व्यक्तियों, ट्रांसजेंडर, रक्षा, पुलिस और आम जनता के प्रतिनिधियों सहित विविध पृष्ठभूमि के प्रतिभागियों के लिए 02 किलोमीटर की एकजुटता दौड़ का भी आयोजन किया गया ताकि एचआईवी से पीड़ित लोगों के प्रति समर्थन दिखाया जा सके। सभी प्रतिभागियों को समापन प्रमाणपत्र और पदक दिए गए।

पुरस्कार वितरण समारोह में बोलते हुए राज्य मंत्री श्री श्रीपद नाइक ने कहा कि देश में ऐसे कई लोग हैं जो एड्स से लड़ रहे हैं और रेड रन का आयोजन उन लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने और बीमारी से जुड़े कलंक को तोड़ने के लिए किया गया था। उन्होंने कहा, “एड्स कोई स्वतंत्र या व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है। यह पूरे समाज को प्रभावित करता है। इसलिए हमें इसे नियंत्रित करना होगा। चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में हुए सभी विकासों के साथ हम ऐसा कर सकते हैं। मैं आप सभी से अपील करता हूं कि आप सभी को समाज में इस संदेश को हर संभव तरीके से फैलाना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि यदि प्रभावित लोग बिना किसी हिचकिचाहट के आगे आएं और सरकारी तंत्र में पंजीकरण कराएं तो सरकार एचआईवी को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

राज्य सभा सांसद श्री सदानंद तनावड़े ने कहा कि यद्यपि केन्द्र सरकार एचआईवी और एड्स के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए अपने स्तर पर प्रयास कर रही है, लेकिन इस मिशन में प्रत्येक व्यक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका है, क्योंकि इससे सरकार के प्रयास सफल होते हैं।    

इस अवसर पर नाको की महानिदेशक तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की अपर सचिव सुश्री वी हेकाली झिमोमी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त सचिव श्री निखिल गजराज, जीएसएसीएस की परियोजना निदेशक डॉ. ललिता उमरस्कर तथा नाको और जीएसएसीएस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

राष्ट्रीय रेड रन का पहला संस्करण 2023 में गोवा में आयोजित किया गया था। उल्लेखनीय है कि एचआईवी/एड्स की रोकथाम पर सामुदायिक पहुंच को बढ़ावा देने और एचआईवी, एसटीआई और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के बारे में जानकारी और स्पष्टीकरण चाहने वाले युवाओं को सहायता प्रदान करने के लिए देश भर में लगभग 13,000 रेड रिबन क्लब (आरआरसी) स्थापित किए गए हैं। देश भर में आरआरसी की इतनी बड़ी संख्या के साथ, रेड रन एचआईवी/एड्स की रोकथाम में युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने, मिथकों को दूर करने और चर्चा के लिए सुरक्षित स्थान प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई एक पहल है। 

पीआईबी पणजी/एनएम/आरबी/पीके

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