गिलियड साइंसेज, इंक. का कार्यालय 1 मई, 2018 को फोस्टर सिटी, कैलिफोर्निया, अमेरिका में दिखाया गया है। REUTERS
13 जनवरी (रॉयटर्स) – गिलियड साइंसेज ने शनिवार को कहा कि उसने सूजन संबंधी बीमारियों से पीड़ित रोगियों के उपचार के लिए कार्यक्रम विकसित करने हेतु डेनमार्क की लियो फार्मा के साथ साझेदारी की है।
डेनिश कंपनी 1.7 बिलियन डॉलर तक का भुगतान प्राप्त करने के लिए पात्र होगी, जिसमें गिलियड से 250 मिलियन डॉलर का अग्रिम भुगतान भी शामिल है।
बदले में, गिलियड को छोटे अणु मौखिक STAT6 (सिग्नल ट्रांसड्यूसर और ट्रांसक्रिप्शन 6 का उत्प्रेरक) कार्यक्रम को विकसित करने, निर्माण करने और व्यावसायीकरण करने के वैश्विक अधिकार प्राप्त होंगे।
बयान में कहा गया है कि STAT6 को लक्ष्य करने से एटोपिक डर्माटाइटिस, अस्थमा और सीओपीडी जैसी सूजन संबंधी स्थितियों वाले रोगियों की एक व्यापक आबादी के इलाज की पूर्व-नैदानिक क्षमता का पता चला है।
LEO फार्मा को सामयिक STAT6 उत्पादों की बिक्री पर उच्च एकल अंक से लेकर मध्य किशोर तक की रॉयल्टी प्राप्त हो सकती है।
इस लेनदेन से गिलियड की GAAP और गैर-GAAP 2025 प्रति शेयर आय में लगभग $0.15 – $0.17 की कमी आने की उम्मीद है।
गिलियड साइंसेज के अनुसंधान के कार्यकारी उपाध्यक्ष फ्लेवियस मार्टिन ने कहा, “LEO फार्मा के साथ साझेदारी करके, हम STAT6 मार्ग की क्षमता का पता लगाने की आशा करते हैं, ताकि दीर्घकालिक सूजन संबंधी स्थितियों से पीड़ित रोगियों के लिए मौखिक विकल्प सामने लाया जा सके।”
उर्वी दुगर की रिपोर्टिंग; डायने क्राफ्ट द्वारा संपादन