भारत और चिली ने 08 मई 2025 को व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) के लिए संदर्भ की शर्तों (टीओआर) पर हस्ताक्षर किए, जो उनके द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में एक महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है।
पारस्परिक रूप से सहमत शर्तों पर भारत में चिली के राजदूत महामहिम श्री जुआन अंगुलो और भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के वाणिज्य विभाग में संयुक्त सचिव श्री विमल आनंद, जो भारतीय पक्ष की ओर से भारत-चिली सीईपीए के लिए मुख्य वार्ताकार भी हैं, द्वारा विधिवत हस्ताक्षर किए गए।
दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए अपने साझा दृष्टिकोण को दोहराया और 26-30 मई, 2025 को नई दिल्ली में होने वाली पहली वार्ता के दौरान सार्थक चर्चा की उम्मीद जताई।
सीईपीए का उद्देश्य दोनों देशों के बीच मौजूदा पीटीए को आगे बढ़ाना है और डिजिटल सेवाओं, निवेश प्रोत्साहन और सहयोग, एमएसएमई, महत्वपूर्ण खनिजों आदि सहित कई क्षेत्रों को शामिल करना है, जिससे आर्थिक एकीकरण और सहयोग बढ़ेगा।
भारत और चिली रणनीतिक साझेदार और करीबी सहयोगी हैं, जो गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण संबंध साझा करते हैं। पिछले कुछ वर्षों में उच्च स्तरीय यात्राओं के आदान-प्रदान से द्विपक्षीय संबंध लगातार मजबूत हुए हैं। जनवरी, 2005 में दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग पर एक रूपरेखा समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, उसके बाद मार्च, 2006 में अधिमान्य व्यापार समझौते (PTA) पर हस्ताक्षर किए गए। तब से भारत और चिली के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक संबंध मजबूत बने हुए हैं और लगातार बढ़ रहे हैं।
इसके बाद सितंबर, 2016 में एक विस्तारित पीटीए पर हस्ताक्षर किए गए और यह 16 मई, 2017 से प्रभावी हो गया। अप्रैल, 2019 में दोनों देशों ने 2019-2021 के दौरान तीन दौर की वार्ता के साथ पीटीए के आगे विस्तार को आगे बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। अपने आर्थिक जुड़ाव को गहरा करने के लिए, दोनों पक्षों ने अपने व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों की पूरी क्षमता को अनलॉक करने, रोजगार को बढ़ावा देने, निवेश को बढ़ावा देने और सहयोग और निर्यात को सुविधाजनक बनाने के लिए सीईपीए पर बातचीत करने की मंशा व्यक्त की, जैसा कि फ्रेमवर्क समझौते के तहत स्थापित संयुक्त अध्ययन समूह द्वारा सुझाया गया है। जेएसजी रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया गया और 30 अप्रैल, 2024 को उस पर हस्ताक्षर किए गए।
इस साझा दृष्टिकोण की पुष्टि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर 1-5 अप्रैल, 2025 तक चिली के राष्ट्रपति महामहिम श्री गेब्रियल बोरिक फॉन्ट की भारत की राजकीय यात्रा के दौरान की गई। दोनों पक्षों के नेताओं ने स्वीकार किया कि व्यापार और वाणिज्य ने द्विपक्षीय संबंधों के एक मजबूत स्तंभ के रूप में काम किया है। उन्होंने विकास के नए अवसरों को खोलने के लिए मौजूदा व्यापार ढांचे को बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया। इस भावना में, दोनों नेताओं ने पारस्परिक रूप से सहमत संदर्भ शर्तों (टीओआर) पर हस्ताक्षर करने को स्वीकार किया और एक सीईपीए के लिए वार्ता शुरू करने का स्वागत किया, जिसका उद्देश्य गहन आर्थिक एकीकरण के लिए एक संतुलित, महत्वाकांक्षी, व्यापक और पारस्परिक रूप से लाभकारी समझौता स्थापित करना है।
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अभिषेक दयाल/अभिजीत नारायणन