भारत और जापान के बीच पर्यटन सहयोग पर संयुक्त कार्य समूह (JWG) की चौथी बैठक 8 अप्रैल, 2025 को नई दिल्ली में आयोजित की गई। बैठक की सह-अध्यक्षता भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की महानिदेशक सुश्री मुग्धा सिन्हा और जापान पर्यटन एजेंसी (JTA) के आयुक्त श्री हरैकावा नाओया ने की। दोनों देशों के अधिकारियों और निजी हितधारकों ने भाग लिया, जिनमें एयरलाइंस, पर्यटन और यात्रा संघों और सरकारी संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल थे। प्रमुख संगठनों में जापान की ओर से जापान राष्ट्रीय पर्यटन संगठन (JNTO), जापान ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन (JATA), JTTRI, जापान एयरलाइंस और ANA शामिल थे। भारतीय प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन, शिक्षा, NCHMCT, ICCR और भारतीय टूर ऑपरेटर संघ (IATO), आउटबाउंड टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (OTOAI), माननीय पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने जापानी प्रतिनिधिमंडल के लिए स्वागत रात्रिभोज का आयोजन किया।
दोनों देशों के सह-अध्यक्षों ने आगंतुकों के प्रोफाइल पर नोट्स का आदान-प्रदान किया और दोनों देशों के बीच यात्रा करने वाले पर्यटकों के डेटा अंतर्दृष्टि पर गहन चर्चा की, जिसमें बौद्ध स्थलों पर जाने वाले पर्यटक भी शामिल हैं, ताकि पर्यटन स्थलों को सहस्राब्दि पर्यटकों के लिए और अधिक आकर्षक बनाने के लिए उपयुक्त नीतिगत हस्तक्षेप किया जा सके। भारत में जापान के राजदूत महामहिम ओनो केइची ने दोनों देशों के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंधों और समृद्ध पर्यटन के पारस्परिक लाभों पर जोर दिया।
बैठक के दौरान मुख्य चर्चा द्विपक्षीय पर्यटन को बढ़ाने पर केंद्रित थी, जिसमें भारत में बौद्ध स्थलों को जापानी पर्यटकों के लिए बढ़ावा देना, हवाई संपर्क में सुधार करना और देश में जापानी छात्रों की यात्रा को प्रोत्साहित करना जैसी पहल शामिल थीं। बैठक में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने और पर्यटकों की आमद को बढ़ाने के लिए मीडिया और प्रभावशाली लोगों की भागीदारी का लाभ उठाने की रणनीतियों पर भी चर्चा की गई।
दोनों पक्षों के प्रतिनिधिमंडल ने बहुमूल्य जानकारी साझा की और दोनों देशों के बीच पर्यटन क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के लिए नए निवेश अवसरों पर चर्चा की। बैठक के दौरान दोनों पक्षों द्वारा प्रदर्शित सहयोगात्मक भावना और प्रतिबद्धता से एक अधिक जीवंत पर्यटन पारिस्थितिकी तंत्र विकसित होने की उम्मीद है, जो भारत और जापान के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में महत्वपूर्ण योगदान देगा। भारत ने जापानी प्रतिनिधिमंडल को हाल ही में पुनर्निर्मित अतुल्य भारत डिजिटल पोर्टल में जापानी पर्यटकों के लिए विशिष्ट रूप से क्यूरेट किए गए यात्रा कार्यक्रम बनाने के लिए उनके साथ साझेदारी की संभावना के बारे में भी बताया। यह भी संकेत दिया गया कि पर्यटन मंत्रालय जल्द ही अतुल्य भारत मोबाइल ऐप लॉन्च करने की प्रक्रिया में है।
बैठक सकारात्मक रूप से संपन्न हुई, जिसमें बातचीत जारी रखने, सहयोग बढ़ाने और पर्यटन को द्विपक्षीय संबंधों और आपसी समृद्धि को बढ़ाने के लिए पुल के रूप में इस्तेमाल करने की प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया। भारत ने जापानी प्रतिनिधिमंडल को व्यापक पहुंच के लिए 22 से 28 सितंबर 2025 तक ओसाका में होने वाले विश्व एक्सपो में भाग लेने की अपनी योजना के बारे में भी बताया।
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सुनील कुमारी तिवारी