मालदीव बनाम लक्षद्वीप के विवाद में सोमवार को भारतीय विदेश मंत्रालय और इसराइल की एंट्री हुई.
मालदीव की मोहम्मद मुइज़्ज़ू सरकार की मंत्री मरियम ने पीएम मोदी को इसराइल की कठपुतली भी कहा था. हालांकि बाद में उन्होंने वो ट्वीट डिलीट कर दिया था. विवाद बढ़ता देख मालदीव सरकार ने मरियम समेत तीन मंत्रियों को निलंबित कर दिया था.
सोमवार को भारत के विदेश मंत्रालय ने मालदीव के उच्चायुक्त को तलब किया था.
इसके बाद मालदीव में भारत के उच्चायुक्त मुनु महावर ने भी राजधानी माले स्थित विदेश मंत्रालय के एंबेसडर एट लार्ज अली नसीर मोहम्मद से मुलाक़ात की.
दिल्ली से छपने वाले अख़बारों में इसी से जुड़ी ख़बरें प्रमुखता से छापी गई हैं.
द हिंदू की रिपोर्ट में कहा गया है कि लक्षद्वीप की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कर अब इसराइल भी इस मामले में कूद पड़ा है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि जब भारत में मालदीव के उच्चायुक्त इब्राहिम साहिब को तलब किया गया तो इसके बारे में भारत की ओर से कोई आधिकारिक पक्ष जारी नहीं किया गया है.
मालदीव को जवाब
मगर जब भारत में मालदीव के उच्चायुक्त को बुलाया गया और इसके बाद माले में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर से मालदीव के अधिकारी से मुलाक़ात हुई तो इसे क्रिया की प्रतिक्रिया माना गया.
मालदीव में भारतीय दूतावास की ओर से बताया गया कि भारतीय उच्चायुक्त की अली नासिर मोहम्मद से मुलाक़ात पहले से तय थी ताकि द्विपक्षीय मुद्दों पर बात की जा सके.
द हिंदू सूत्रों के हवाले से लिखता है कि रविवार को माले स्थित भारतीय दूतावास ने पीएम मोदी और भारत पर टिप्पणी किए जाने के मसले को मुइज़्ज़ू सरकार के सामने मज़बूती से उठाया था.
भारत और पीएम मोदी पर की टिप्पणियों में इसराइल से संबंधों पर की तंज़ कसा गया था.
अब सोमवार को इसराइल के दूतावास की ओर से लक्षद्वीप की तस्वीरें शेयर कर वहां की तारीफ़ की गई.
इसराइली दूतावास की ओर से कहा गया, ”हम सरकार के अनुरोध पर डिसेलिनेशन प्रोजेक्ट के सिलसिले में बीते साल लक्षद्वीप गए थे. इसराइल इस परियोजना पर काम करने को तैयार है. जो लोग लक्षद्वीप की ख़ूबसूरती को अब तक नहीं देख पाए हैं, उनके लिए ये तस्वीरें.”
डिसेलिनेशन प्रोजेक्ट यानी खारे पानी से नमक निकालने की प्रक्रिया है.
मरियम शिऊना, मालशा शरीफ़, महज़ूम माजिद… ये वो तीन मंत्री हैं, जिन्होंने पीएम मोदी और भारत पर विवादित टिप्पणी सोशल मीडिया पर पोस्ट की थीं.
ये तीनों ही अब सस्पेंड हैं.
चीन दौरे पर हैं मुइज़्ज़ू
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू इन दिनों चीन के दौरे पर हैं. विदेश मंत्री मूसा ज़मीर भी उनके साथ हैं.
मूसा ज़मीर सोशल मीडिया पर लिखते हैं, ”हाल ही में विदेशी नेताओं और पड़ोसी देश पर जो टिप्पणियां की गईं, वो अस्वीकार्य हैं और ये मालदीव सरकार का रुख़ नहीं बयां करती हैं. हम अपने सभी सहयोगियों, ख़ासकर पड़ोसियों के प्रति सकारात्मक और रचनात्मक बातचीत के लिए प्रतिबद्ध हैं.”
मालदीव से बढ़े विवाद के चलते विदेश नीति के जानकार भी चिंतित हैं.
पूर्व विदेश सचिव निरुपमा राव सोशल मीडिया पर लिखती हैं, ”सोशल मीडिया के इस दौर में सार्वजनिक मंच पर ग़ैर-ज़िम्मेदाराना ढंग से कही किसी बात के कारण विदेश नीति और राजनयिक कोशिशें बहुत आसानी से प्रभावित हो जाती हैं.”
”मालदीव के मामले में भी यही हुआ. भारत में इसका विरोध होना ही था. मैं उम्मीद करती हूं कि मालदीव और भारत के संबंध फिर से संतुलन स्थापित करें क्योंकि ये संबंध ज़रूरी भी हैं और रणनीतिक भी. ये संबंध दोनों देशों के लिए ही बहुत मायने रखते हैं. हम बराबर के साझेदार हैं और ये ऐसे ही रहने चाहिए. ये सिर्फ़ रेत और तटों भर की बात नहीं है.”
वहीं भारत से हुए विवाद के कारण मालदीव में लोगों को ये डर भी है कि इसकी क़ीमत पर्यटन उद्योग को चुकानी होगी.
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भारत पर निर्भर मालदीव
मालदीव जाने वाले पर्यटकों में एक बड़ी संख्या भारतीयों की रहती है. 2023 में क़रीब दो लाख भारतीय मालदीव के दौरे पर गए थे.
भारत के बाद मालदीव जाने वालों में रूस और चीन का नंबर आता है.
दोनों देशों के बीच बीते दो सालों में औसतन 45 करोड़ डॉलर का व्यापार भी हुआ है. हालांकि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू इंडिया आउट का नारा चुनावों में चर्चा में रहा था.
राष्ट्रपति बनने के बाद मुइज़्ज़ू ने भारत सरकार से अपनी सेना लौटाने की औपचारिक अपील भी की.
मालदीव के सामने भारत बनाम चीन का प्रश्न बीते कुछ सालों में रहा है. इंडिया आउट नारा देने वाले मुइज़्ज़ू को लेकर पूछा जाता रहा है कि क्या वो चीन के प्रति झुकाव रखेंगे? इसके जवाब में मुइज़्ज़ू ने कहा है कि वो मालदीव फर्स्ट रखेंगे.
इन दिनों मुइज़्ज़ू चीन के दौरे पर हैं.
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दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी का कांग्रेस को ऑफर
द टाइम्स ऑफ इंडिया की ख़बर के मुताबिक़, आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनावों मे कांग्रेस के सामने अनौपचारिक तौर पर ऑफर रखा है.
ये ऑफर लोकसभा चुनावों में सीटों के बँटवारे को लेकर है.
अखबार सूत्रों के हवाले से लिखता है कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की सात सीटों में से तीन सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ सकती है.
पंजाब में ‘आप’ को उम्मीद है कि इसके बदले में पार्टी को गुजरात और गोवा में एक-एक और हरियाणा में तीन सीटें दी जाएंगी.
वहीं पंजाब की 13 सीटों में से छह सीटें आम आदमी पार्टी कांग्रेस को देना चाहती है. 2019 लोकसभा चुनावों में कांग्रेस नेताओं ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने का विरोध किया था.
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एप्पल ने भारत में बनाए एक लाख करोड़ रुपये के फ़ोन
द इकोनॉमिक टाइम्स की ख़बर के मुताबिक़, एप्पल कंपनी ने भारत में बीते साल 2023 में एक लाख करोड़ रुपये के फ़ोन बनाए हैं.
जनवरी-दिसंबर के बीच इनमें से 65 हज़ार करोड़ रुपये के फोन निर्यात किए गए हैं.
अखबार एक अधिकारी के हवाले से लिखता है कि इन फोन की मार्केट वैल्यू क़रीब 1.5 से 1.7 लाख करोड़ के बीच की है. इसमें टैक्स या दूसरे चार्ज शामिल नहीं हैं.
भारत में एप्पल के काफी ज़्यादा यूज़र है और कंपनी भारत को एक बड़े बाज़ार के रूप में देखती रही है.
अप्रैल 2023 में कंपनी ने मुंबई के बीकेसी में अपना स्टोर खोला था. ये कंपनी का भारत में पहला रिटेल स्टोर है.
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