होंडा के सीईओ तोशीहिरो मिबे 20 मई, 2025 को टोक्यो, जापान में अपनी व्यावसायिक ब्रीफिंग में बोलते हुए। REUTERS
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टोक्यो, 20 मई (रायटर) – होंडा मोटर (7267.टी), ने मंगलवार को कहा कि वह मांग में कमी को देखते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों में अपने निवेश को कम कर रही है तथा नए मॉडलों के साथ हाइब्रिड वाहनों की बढ़ती मांग को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
सीईओ तोशीहिरो मिबे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ऑटोमेकर ने 2030 कारोबारी वर्ष तक विद्युतीकरण और सॉफ्टवेयर में अपने नियोजित निवेश को पहले के 10 ट्रिलियन येन से घटाकर 7 ट्रिलियन येन (48.4 बिलियन डॉलर) कर दिया है।
माइबे ने कहा, “बाजार में मौजूदा मंदी के आधार पर, हम उम्मीद करते हैं कि 2030 में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हमारे पूर्व लक्ष्य 30% से कम हो जाएगी।” उन्होंने कहा कि तब तक बैटरी चालित कारों की बिक्री कंपनी की बिक्री का केवल 20% ही हो सकती है।
होंडा ने कहा कि उसे 2030 तक 2.2 मिलियन से 2.3 मिलियन हाइब्रिड वाहन बेचने की उम्मीद है। उसने उस वर्ष के लिए कुल बिक्री लक्ष्य जारी नहीं किया है।
इसकी योजना 2027 से चार वर्षों में वैश्विक स्तर पर 13 अगली पीढ़ी के हाइब्रिड मॉडल लॉन्च करने की है। यह बड़े आकार के मॉडलों के लिए एक हाइब्रिड प्रणाली भी विकसित करेगा, जिसे इस दशक के उत्तरार्ध में लॉन्च करने की योजना है।
इस महीने की शुरुआत में होंडा ने घोषणा की थी कि उसने इलेक्ट्रिक कारों की मांग में कमी के कारण कनाडा के ओंटारियो में इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन केंद्र बनाने की 15 बिलियन कनाडाई डॉलर (10.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की योजना को लगभग दो साल के लिए रोक दिया है।
हालाँकि, होंडा ने कहा कि उसकी योजना अभी भी 2040 तक अपनी सभी नई कारों की बिक्री में बैटरी-चालित और ईंधन-सेल वाहनों को शामिल करने की है।
($1 = 144.7 येन)
रिपोर्टिंग: डैनियल लेउसिंक; संपादन: एडविना गिब्स