रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने लोगों से सशस्त्र सेना झंडा दिवस (एएफएफडी) कोष में आगे आकर उदारतापूर्वक योगदान देने का आह्वान किया है। उन्होंने इसे देश की सामूहिक जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि सेवारत और सेवानिवृत्त दोनों तरह के सैनिकों और उनके परिवारों का कल्याण सुनिश्चित करना देश की सामूहिक जिम्मेदारी है। 7 दिसंबर, 2024 को एएफएफडी के अवसर पर एक्स पर एक वीडियो संदेश में रक्षा मंत्री ने इस दिन को नागरिकों के लिए सैनिकों के अदम्य साहस, बलिदान और समर्पण को पहचानने और इन बहादुरों के प्रति जिम्मेदारियों को पूरा करने के संकल्प की पुष्टि करने का अवसर बताया।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा, “हमारे सशस्त्र बल एक अभेद्य सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करते हैं, जो हर परिस्थिति में हमारी रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहते हैं – न केवल बाहरी खतरों के दौरान, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भी। हमारे सैनिकों का बलिदान और अनुशासन हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है।”
भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवारों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपनी भूमिका निभाने का आग्रह किया और इस बात पर ज़ोर दिया कि उनका योगदान सैनिकों और उनके परिजनों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि समाज के कल्याण के लिए हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह सौ हाथों से कमाए और हज़ार हाथों से दान करे।