हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हानिया, हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरुशन की हत्याओं के जवाब में ईरान की ओर से मंगलवार रात इजरायल पर बड़ा मिसाइल हमला किया गया था. वहीं अब मध्य-पूर्व एशिया में इजरायल और ईरान के बीच का तनाव पूरे विश्व में देखने को मिल रहा है.
ईरान ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला करते हुए जंग की शुरुआत कर दी है. इजरायल-हमास के बीच शुरू हुई जंग में हिजबुल्लाह के बाद अब आधिकारिक रूप से ईरान की भी एंट्री हो गई है. ईरान-इजरायल युद्ध के बीच उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन ने परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने की धमकी दी है. उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने कहा कि अगर दक्षिण कोरिया और उसके सहयोगी अमेरिका द्वारा प्योंगयांग के क्षेत्र पर हमला किया जाता है, तो उनकी सेना “बिना किसी हिचकिचाहट” के परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगी.
बिना किसी हिचकिचाहट करेंगे हमला
सरकारी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार “अगर दुश्मन… डीपीआरके (कोरिया लोकतांत्रिक जनवादी गणराज्य) की संप्रभुता पर अतिक्रमण करने के लिए सशस्त्र बलों का उपयोग करने का प्रयास करता है… तो डीपीआरके बिना किसी हिचकिचाहट के अपने पास मौजूद सभी आक्रामक बलों का उपयोग करेगा, जिसमें परमाणु हथियार भी शामिल हैं.”
लेबानानी संगठन हिजबुल्लाह के खात्मे के लिए 23 सितंबर से, इजरायल ने लेबनान में हवाई हमले तेज कर दिए हैं. पिछले शुक्रवार को बेरूत के दक्षिणी उपनगर में एक महत्वपूर्ण हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और उसके कई सहयोगी मारे गए थे. वहीं इस हफ्ते इजरायल ने दक्षिणी लेबनान में जमीनी सैन्य अभियान भी शुरू कर दिया है.
हवाई हमले में 46 लोगों की गई जान
लेबनान में इजरायली हवाई हमलों ने भारी तबाही मचाई है. लेबनानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में एयर स्ट्राइक में मरने वालों की संख्या 46 हो गई, जबकि 85 लोग घायल हुए हैं.