नासा-स्पेसएक्स ड्रैगन, दो एस्ट्रोनॉट को लेकर रविवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) के पहुंचा. इस मिशन का मकसद अंतरिक्ष में फंसे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को वापस लाना है. विलियम्स और विल्मोर को धरती पर वापसी फरवरी 2025 में होगी.
अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर कई महीनों से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं. अब उनको धरती पर वापस लाने के लिए नासा और स्पेसएक्स का क्रू-9 मिशन लॉन्च हो चुका है. सुनीत और बुच को वापस लाने के लिए स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल में यात्रा करके नासा के निक हेग और रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के कॉस्मोनाट अलेक्जेंडर गोरबुनोव रविवार को सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पहुंचे. जहां पहुंचने पर सभी ने हेग और गोरबुनोव का जोरदार वेलकम किया.
स्टेशन पहुंचते ही गले मिले अंतरिक्षयात्री
शनिवार को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल से दोपहर 1:17 बजे (1717 GMT) पर फाल्कन 9 रॉकेट ने उड़ान भरी, जबकि ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर क्रू-9 मिशन रविवार शाम 5:30 बजे ISS से संपर्क किया. डॉकिंग पूरी होने के बाद, नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव शाम 7:00 बजे के बाद स्टेशन पर उतरे और अंतरिक्ष स्टेशन पर अपने सहयोगियों को गले लगाया. जिस पर नासा के उप प्रशासक पाम मेलरॉय ने एक समाचार सम्मेलन में कहा कि आज का दिन कितना शानदार था.
कैसे अंतरिक्ष में फंसे सुनीता और उनके साथी
जब हेग और गोरबुनोव फरवरी में अंतरिक्ष स्टेशन से लौटेंगे, तो वे दो अंतरिक्ष दिग्गजों – बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स को वापस लाएंगे. जो बोइंग के डिज़ाइन किए गए स्टारलाइनर में दिक्कत आने के कारण धरती पर तय समय पर वापस नहीं लौट सके. जबकि उन्हें वहां केवल आठ दिन रहना था, लेकिन उड़ान के दौरान स्टारलाइनर में कुछ खराबी आने के बाद, नासा को प्लान में तब्दीली करने के लिए मजबूर होना पड़ा. स्टारलाइनर की विश्वसनीयता पर कई सप्ताह तक गहन परीक्षण करने के बाद, अंतरिक्ष एजेंसी ने अंततः इसे बिना चालक दल के लाने का फैसला किया.
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