भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज ब्रुसेल्स में बेल्जियम के विदेश मंत्री, यूरोपीय मामले और विदेश व्यापार मंत्री श्री बर्नार्ड क्विंटिन से मुलाकात की और द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की। इस बैठक में भारत और बेल्जियम के बीच लोकतंत्र, कानून के शासन और स्वतंत्र न्यायपालिका के साझा मूल्यों पर आधारित दीर्घकालिक संबंधों को मजबूती मिली। दोनों नेताओं ने आर्थिक सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की और इस साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए नए रास्ते तलाशे। उल्लेखनीय है कि 2023-2024 में भारत-बेल्जियम व्यापार 15.07 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक होने का अनुमान है, जबकि बेल्जियम से भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 3.94 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक होने का अनुमान है।
चर्चा के दौरान, दोनों नेताओं ने विदेशी व्यापार पर बेल्जियम की महत्वपूर्ण निर्भरता और भारत की गतिशील, बढ़ती अर्थव्यवस्था को आपसी अवसरों का लाभ उठाने के लिए महत्वपूर्ण कारक माना। अपनी साझेदारी के आधार के रूप में व्यापार की क्षमता को पहचानते हुए, उन्होंने सतत विकास हासिल करने के लिए व्यापार संबंधों में विविधता लाने और आर्थिक कूटनीति को गहरा करने के महत्व पर जोर दिया।
नेताओं ने यूरोपीय संघ-भारत मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) वार्ता की प्रगति पर भी चर्चा की और वार्ता को सुव्यवस्थित करने तथा आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए व्यापार मुद्दों को प्राथमिकता देने के महत्व पर बल दिया।
नवीकरणीय ऊर्जा, जीवन विज्ञान, बुनियादी ढांचे, डिजिटल प्रौद्योगिकी और खाद्य उत्पादों जैसे उभरते क्षेत्रों को सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों के रूप में रेखांकित किया गया। बेल्जियम ने अपने व्यापार संबंधों में विविधता लाने के लिए भारत के साथ रणनीतिक साझेदार के रूप में जुड़ने के महत्व को पहचाना। विनियामक बाधाओं, विशेष रूप से फार्मास्यूटिकल्स और कृषि-उत्पादों के लिए अनुमोदन प्रक्रियाओं पर भी चर्चा की गई, और दोनों पक्षों ने निरंतर बातचीत के माध्यम से इन चुनौतियों से निपटने पर सहमति व्यक्त की।
बैठक का समापन व्यापार मुद्दों को सुलझाने के लिए मजबूत तंत्र स्थापित करने की प्रतिबद्धता के साथ हुआ। दोनों नेताओं ने एक मजबूत और पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की
यह उच्च स्तरीय भागीदारी भारत-बेल्जियम व्यापार संबंधों को आगे बढ़ाने तथा आर्थिक विकास एवं सतत विकास के लिए उनके साझा दृष्टिकोण को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने यूरोपीय व्यापार जगत के नेताओं, हीरा उद्योग के प्रतिनिधियों तथा समुद्री सेवाओं, सौर ऊर्जा, स्वच्छ प्रौद्योगिकी, अपशिष्ट उपचार और हरित हाइड्रोजन के क्षेत्रों के निवेशकों के साथ भी बातचीत की।
एडी/सीएनएएन/एएम